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प्रदेश के सुदूर 2701 गांवों को 4जी सेवा से जोड़ेगा बीएसएनएल

– उत्तराखंड में बीएसएनएल की 4जी सेवा मार्च 2025 तक

– इन गांवों में अभी तक किसी भी ऑपरेटर की नहीं है 4जी सेवा

– 600 टावर किए जा रहे स्थापित, छह हजार ग्राम पंचायतों को आप्टिकल फाइबर से जोड़ने का लक्ष्य

देहरादून । सार्वजनिक क्षेत्र की दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) उत्तराखंड में मार्च 2025 तक अपनी फोर जी (4जी) सेवा पूरी तरह से शुरू कर देगी। इसके लिए प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में 600 नए मोबाइल टावर लगाए जा रहे हैं। इनमें से आधे से अधिक टावर स्थापित हो चुके हैं। बीएसएनएल प्रबंधन का कहना है कि राज्य के उन 2701 गांवों को 4जी सर्विस से जोड़ा जाएगा, जहां पर अभी तक कोई मोबाइल ऑपरेटर नहीं पहुंचा है। साथ ही भारत नेट परियोजना के तहत प्रदेश के छह हजार ग्राम पंचायतों को आप्टिकल फाइबर से जोड़ा जा रहा है। अभी तक ग्रामीण क्षेत्रों में 15 हजार कनेक्शन दिए जा चुके हैं।

वीरवार को पटेलनगर स्थित परिमंडल मुख्यालय में आयोजित पत्रकार वार्ता में बीएसएनएल के नए मुख्य महाप्रबंधक आलोक जयमल ने कहा कि स्वदेशी तकनीक को बढ़ावा देते हुए बीएसएनएल प्रदेश में हाई स्पीड 4जी सेवा शुरू करने की दिशा में तेजी से अग्रसर है। साथ ही सेवाओं में गुणात्मक सुधार किया जा रहा है। कहा कि केंद्र व राज्य सरकार के सहयोग से प्रदेश के उन दुर्गम क्षेत्रों में 4जी सर्विस शुरू की जाएगी, जहां पर अभी तक कोई प्राइवेट मोबाइल ऑपरेटर नहीं गया है। इस दिशा में 50 फीसद काम पूरा हो चुका है। बताया कि सीमांत क्षेत्रों में तैनात आईटीबीपी व सेना के जवानों के लिए संचार सुविधा उपलब्ध कराने के लिए टावर स्थापित किए जा रहे हैं। वाइब्रेंट विलेज के तहत सीमा से सटे तीन जिलों चमोली, पिथौरागढ़ व उत्तराकाशी में मोबाइल व इंटरनेट कनेक्टिविटी का विस्तार किया जा रहा है। छह हजार गांवों को आप्टिकल फाइबर से जोड़ा जाना है। इनमें से अभी तक 30 विकासखंडों के 1849 ग्राम पंचायतों को आप्टिकल फाइबर से जोड़ा जा चुका है। सीजीएम ने बताया कि राज्य सरकार की ओर से भी ग्रामीण क्षेत्रों के सरकारी स्कूलों व कार्यालयों में एफटीटीएच कनेक्शन लगाने के निर्देश प्राप्त हुए हैं। जिसके तहत पहले चरण में 3090 और दूसरे चरण में 3500 कनेक्शन लगाए जाने हैं। बताया कि पहले चरण का कार्य पूरा हो गया है, जबकि दूसरे चरण का कार्य भी पचास फीसद के लगभग हो चुका है। पत्रकार वार्ता में महाप्रबंधक महेश निखुर्पा, महाप्रबंधक ओपी कनौजिया व वित्त सलाहकार रविन्द्र तोमर आदि मौजूद रहे।

बीएसएनएल के टैरिफ प्लान किफायती

प्राइवेट मोबाइल ऑपरेटरों ने अपने टैरिफ (रीचार्ज प्लान) बढ़ाकर मोबाइल उपभोक्ताओं की जेब ढीली करने का काम किया है। लेकिन, बीएसएनएल ने फिलवक्त अपने टैरिफ नहीं बढ़ाए हैं। कंपनी के अधिकारियों का कहना है कि मोबाइल उपभोक्ताओं को रियायती दरों पर टैरिफ मिलते रहेंगे। वर्तमान में प्राइवेट ऑपरेटरों द्वारा एक माह की वैद्यता व प्रतिदिन दो जीबी डाटा वाले जिस प्लान का मूल्य 379 है, यही प्लान बीएसएनएल द्वारा 199 रूपये में दिया जा रहा है। अन्य टैरिफ प्लान में भी कई गुणा का अंतर है। निजी मोबाइल ऑपरेटरों द्वारा टैरिफ के मूल्य बढ़ाए जाने से नाराज उपभोक्ता अब बीएसएनएल की तरफ रूख कर रहे हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि जुलाई के 22 दिनों में बीएसएनएल के 4जी सिम की बिक्री में पिछले महीने की तुलना में चार गुणा की वृद्धि हुई है।

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