देश-विदेश

8 क्विंटल का बंपर बाजरा उत्पादन सिर्फ 1 बीघा में

आगरा: भारत दुनिया में बाजरा फसल का सबसे बड़ा उत्पादक राष्ट्र है, और 40प्रतिशत से अधिक बाजरा उत्पादन भारत में होता है। संयुक्त राष्ट्र ने बाजरा के बारे में जागरूकता लाने, उत्पादन और खपत बढ़ाने के उद्देश्य से 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा वर्ष घोषित किया है। भारत में बाजरा फसल पर बहुत अधिक ध्यान केंद्रित किया है। यह शुष्क और गर्म जलवायु वाले क्षेत्रों में बहुत अच्छी तरह से उगता है, और यह एक सूखा-सहिष्णु फसल है जिसमें 40 सेमी से 60 सेमी भी काफी कम वार्षिक वर्षा आवश्यता होती है। बाजरे की खेती को देश भर के किसानों के लिए एक आकर्षक विकल्प बना दिया है और यह उत्तर प्रदेश में भी तेजी से लोकप्रिय हो रही है। धनाराम यादव बाजरा उत्पादक किसान ने अपनी बाजरे की पैदावार में उल्लेखनीय वृद्धि की। अपना अनुभव साझा करते हुए, धनाराम जी ने कहा, “मैंने अपने खेत में एग्रोस्टार एसेंट बाजरा बीज किस्म का उपयोग किया और प्रति बीगा पर 8 क्विंटल का बंपर उत्पादन प्राप्त किया। एग्रोस्टार की समय पर सलाह और उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों की मदद से यह संभव हुआ। मैंने एग्रोस्टार के संचार और भूमिका जैसे प्रोडक्ट्स का उपयोग किया जिससे मेरी बाजरे की फसल स्वस्थ बनी रही। एग्रोस्टार भारत का एक प्रमुख एग्री-टेक स्टार्टअप है, जो उत्तर प्रदेश में बाजरा उत्पादक किसानों का प्रबल समर्थक रहा है। पिछले एक दशक में, भारत भर में 10 लाख से अधिक बाजरा उत्पादक किसानों ने एग्रोस्टार की सलाह सेवाओं और उच्च गुणवत्ता वाले कृषि प्रोडक्ट्स पर भरोसा जताया है। एग्रोस्टार की एसेंट बाजरा बीज किस्म वरायटी ने कम लागत और उच्च उपज के कारण बाजरा उगाने वालों किसानों के बीच बहुत लोकप्रियता हासिल की है। एसेंट बाजरा वरायटी का आकार बेलनाकार और दाने पीले रंग के होते हैं जो केवल 80 से 85 दिनों में पक जाती हैं। इस वरायटी के साथ, किसानों ने बाजरा की फसल में एग्रोस्टार का संचार और भूमिका प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया। जो सभी किसानों का फसल की वृद्धि-विकास में भरोसेमंद प्रोडक्ट है। एग्रोस्टार का संचार एक जैविक खाद है जिससे फसल की जड़ों की ताकत और मिट्टी की जल धारण क्षमता बढ़ती है। इसी तरह, एग्रोस्टार का भूमिका ह्यूमिक एसिड, समुद्री शैवाल और अन्य पोषक तत्वों से भरपूर है, जो प्रारंभिक चरण में फसल को पोषण देता है। आज, एग्रोस्टार के पूरे उत्तर प्रदेश में 1500 से अधिक स्टोर हैं जो किसानों के बीच एग्रोस्टार की लाल दूकान के नाम से प्रसिद्ध है। किसानों ने सलाहकारी सेवाओं और उच्च गुणवत्ता वाले प्रोडक्ट्स को खरीदने के लिए एग्रोस्टार को चुना है। जिससे उनके फसलों में कम लागत में 30-100प्रतिशत तक उपज बढ़ाने और खर्च कम करने में सक्षम बनाया है। 5 राज्यों में 6500+ एग्रोस्टार लाल दुकान, एग्रोस्टार ऐप और भारत के सबसे बड़े कृषि सलाहकार केंद्र के ज़रिये एग्रोस्टार ने 75 लाख से अधिक किसानों का अत्याधुनिक डिजिटल किसान नेटवर्क भी बनाया है। डेटा और टेक्नोलॉजी पर आधारित प्लेटफ़ॉर्म, किसानों की समस्याओं को बड़े पैमाने पर हल करने में उनकी मदद करता है, जिससे एग्रोस्टार अपने मिशन किसानों की जीत के करीब पहुंच जाएं।

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