चमोली ( प्रदीप लखेड़ा )
राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोपेश्वर में गुरुवार को राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर एक कार्यशाला आयोजित की गई। राजकीय एवं स्ववित्त पोषित बी.एड. विभाग के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 कार्यशाला को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि प्रो. आरपी पाठक ने कहा कि नई शिक्षा नीति में भारतीय ज्ञान परम्परा का समावेश किया गया है ताकि हम फिर से विश्व गुरू बन सकें।
कार्यक्रम के अध्यक्ष प्रो. कुलदीप सिंह नेगी ने कहा कि शिक्षा नीति 34 वर्षो बाद आई है जिससे हमारे समाज को नई दिशा मिलेगी।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि श्री हरीश रावत ने कहा बीएड के छात्र छात्राएं जितना परिश्रम करेंगे उतना ही सफलता के करीब होंगे। विशिष्ट अतिथि श्री हीरामणी शर्मा ने कहा कि स्थानीय भाषा में शिक्षा देने से बच्चों का मानसिक विकास अधिक होगा।
इस अवसर पर बीएड विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ मनोज नौटियाल द्वारा लिखित पुस्तक हिमशिखरों से का विमोचन भी किया गया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ. मनोज प्रसाद नौटियाल ने कार्यक्रम के रूपरेखा तथा पुस्तक के बारे में बताया। बी.एड. की विभागाध्यक्ष प्रो. चन्द्रावती जोशी ने कहा कि आज देश नित प्रगति के पथ पर अग्रसर है जो हमारे देश के लिए सौभाग्य की बात है और हमें भी अपने कार्यों को निष्ठावान होकर करना चाहिए, वही हम सबकी देश भक्ति होगी। इस अवसर पर डॉ आरके यादव, डॉ. एसके लाल, डॉ. डीएस नेगी, डाॅ. एसी कुकरेती, डाॅ. विधि ध्यानी, डाॅ. ममता असवाल, डाॅ. हिमांशु बहुगुणा, डाॅ. अखिल चमोली, आदि उपस्थित रहे।