देहरादून। दून के युवा पावरलिफ्टर पृथ्वी सम्राट सेनगुप्ता ने आइसलैंड में आयोजित आईपीएफ वर्ल्ड ओपन पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर उपलब्धि हासिल की है।
दून लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेंटर में आयोजित पत्रकार वार्ता में पृथ्वी के मां नियति शाह और कोच अमन राय वोहरा ने यह जानकारी दी। उन्होंने ने बताया कि 18 वर्षीय पृथ्वी ने बेहद चुनौतीपूर्ण 66 किलोग्राम भार वर्ग में भाग लिया। उन्होंने स्क्वाट में रजत, डेडलिफ्ट में कांस्य और अपने वर्ग में समग्र कांस्य पदक हासिल किया, जिससे वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में शामिल हो गए। नियति शाह ने बताया कि पृथ्वी का यहां तक का सफर चुनौतियों वाला रहा है। डाउन सिंड्रोम के साथ जन्मे पृथ्वी ने सामाजिक अपेक्षाओं को तोड़ कर खेलों में उत्कृष्टता को परिभाषित किया है। आइसलैंड में ओपन टूर्नामेंट में उन्होंने अपनी उम्र से दोगुनी उम्र के एथलीटों का डट कर सामना किया। अपनी श्रेणी में सबसे कम उम्र के प्रतिभागी बने और अपनी बेजोड़ ताकत के लिए ‘माउंटेन बीस्ट’ का खिताब अर्जित किया। पृथ्वी के कोच अमन राय वोहरा ने कहा कि यह केवल एक पदक नहीं है बल्कि उत्तराखंड में खेल समुदाय के लिए परिवर्तन का क्षण है। पृथ्वी ओपन वर्ल्ड पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में पदक जीतने वाले राज्य के दूसरे व्यक्ति हैं। पहला ऐसा पदक 15 साल पहले उत्तराखंड में आया था। पृथ्वी दो बार के राष्ट्रीय पावरलिफ्टिंग चैंपियन हैं। उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में कॉमनवेल्थ पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते और उन्होंने किर्गिस्तान व मलेशिया में एशियाई पावरलिफ्टिंग चैंपियनशिप जीतकर भारत का नाम रोशन किया है।