-आपदा ड्यूटी में मिलेगा 50 रुपये प्रतिदिन अतिरिक्त मानदेय
देहरादून: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड प्रांतीय रक्षक दल के स्थापना दिवस पर पीआरडी जवानों को सौगात दी हैं। उन्होंने आपदा ड्यूटी में तैनात पीआरडी जवानों को 50 रुपये प्रतिदिन अतिरिक्त मानदेय देने की घोषणा की है। जवानों को अब हर दो साल में विभाग एक गर्म और सामान्य वर्दी देगा। ब्लॉक कमांडरों का मानदेय 600 से बढ़ाकर 1000, हल्का सरदारों का मानदेय 300 से बढ़ाकर 600 किया गया है। साथ ही, पीआरडी जवानों को होमगार्ड की तरह प्रतिमाह 200 रुपये धुलाई भत्ता भी दिया जाएगा।
सोमवार को ननूरखेड़ा स्थित युवा कल्याण एवं प्रांतीय रक्षक दल निदेशालय में पीआरडी स्थापना दिवस का मुख्यमंत्री ने रैतिक परेड की सलामी लेकर शुभारंभ किया। उन्होंने कैबिनेट मंत्री रेखा आर्य के साथ परेड का निरीक्षण किया। जवानों ने बैंड पर देश भक्ति गीतों की धुन पर कदमताल किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि चारधाम यात्रा, आपदा, कांवड़ हर स्थिति में पीआरडी जवान अपना विशेष योगदान देते हैं। सिल्क्यारा रेस्क्यू में भी पीआरडी जवानों ने सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। उन्होंने कहा कि हाल ही में पीआरडी जवानों के मृतक आश्रितों के पंजीकरण का शासनादेश हुआ है। इसके तहत 116 आश्रितों को पंजीकृत किया गया है। इनमें से 70 को रोजगार दिया गया। प्रांतीय रक्षक दल कल्याण कोष संसोधित नियमावली अगस्त 2023 में बनाई गई है। इसमें सांप्रदायिक दंगों में मृत जवानों परिजनों को एक लाख से दो लाख रुपये, अति संवेदनशील स्थिति के मृतकों के परिजनों को 75 हजार को 1.50 लाख, सामान्य ड्यूटी के दौरान मृतक के परिजनों को 50 हजार से बढ़ाकर एक लाख आर्थिक सहायता दी जा रही है। इस मौके पर विधायक उमेश शर्मा काऊ, विशेष प्रमुख सचिव खेल एवं युवा कल्याण अमित सिन्हा, निदेशक युवा कल्याण जितेंद्र कुमार सोनकर, अपर निदेशक आरसी डिमरी, संयुक्त निदेशक अजय अग्रवाल, उप निदेशक शक्ति सिंह, एसके जयराज, सहायक समादेष्टा नीरज गुप्ता, सहायक निदेशक दीप्ति जोशी, मुकेश भटनागर आदि मौजूद रहे।
आश्रितों को बांटे सहायता राशि के चेक
मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम के दौरान पीआरडी जवानों की मृतक आश्रित नीमा देवी पत्नी चंदन सिंह को 50 हजार, विमला देवी पत्नी श्याम लाल को 75 हजार रुपये, ममता देवी पत्नी विनोद कुमार 50 हजार रुपये के चेक वितरित किए। मुख्यमंत्री ने पीआरडी के घोष वाक्य का लोकार्पण भी किया।