
देहरादून। 78वीं लाल नेमी दास मेमोरियल जिला फुटबॉल लीग चैंपियनशिप में एडोर्न गढ़वाल स्पोर्टिंग ने अमन खंडूरी के शानदार प्रदर्शन के दम पर वुल्फ एफसी को 2-0 से हराकर पूरे अंक हासिल किए।
पवेलियन मैदान में चल रही प्रतियोगिता में मंगलवार को एडोर्न गढ़वाल स्पोर्टिंग व वुल्फ एफसी के बीच मैच खेला गया। दोनों ही टीमों ने तेज खेल दिखाया। हालांकि सफलता एडोर्न गढ़वाल स्पोर्टिंग को मिली। खेल के चौथे मिनट में वुल्फ एफसी के डिफेंडर द्वारा अपने गोलक्षेत्र में फाउल करने पर रेफरी ने पेनल्टी दे दी। एडोर्न गढ़वाल स्पोर्टिंग के फॉरवर्ड अमन खंडूरी ने मौके को भुनाते हुए टीम को 1-0 से आगे कर दिया। मध्यांतर के बाद वुल्फ एफसी ने बराबरी पर आने के कई प्रयास किए, लेकिन अग्रिमपंक्ति के खिलाड़ियों को सफलता नहीं मिली। 59वें मिनट में एक बार फिर एडोर्न गढ़वाल स्पोर्टिंग के अमन खंडूरी ने गोल दाग टीम को 2-0 की निर्णायक बढ़त दिला दी। इससे पहले मुख्य अतिथि पूर्व अंतरराष्ट्रीय फुटबॉलर श्याम थापा ने खिलाड़ियों से परिचय प्राप्त कर बेहतर खेल के लिए प्रोत्साहित किया। बुधवार को प्रतियोगिता में सिटी यंग्स व विल्स यूथ क्लब और ग्राफिक एरा एफसी व विजय कैंट स्पोटिंग के बीच मैच खेला जाएगा।

शहर के बीच में मैदान का होना ही बड़ी बात: श्याम थापा
देहरादून। देश की फुटबॉल के जादूगर श्याम थापा ने कहा कि खिलाड़ियों को अनुशासन और धैर्य बनाए रखना चाहिए। देहरादून जैसे भीड़भाड़ वाले शहर के बीच में फुटबॉल मैदान होना बड़ी बात है।
गोरखा मिलिट्री स्कूल के शताब्दी समारोह में देहरादून आ रखे श्याम थापा मंगलवार को पवेलियन मैदान पर डीएफए की तरफ से आयोजित की जा रही 78वीं लाला नेमीदास जिला फुटबाल लीग में पहुंचे। उन्होंने मैच से पहले खिलाड़ियों से परिचय भी प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि फुटबाल विश्व का सबसे प्रसिद्ध खेल है। पवेलियन मैदान पर खेल कर ही वह देश की फुटबाल में पहुंचे। गोरखा मिलिट्री स्कूल में उन्होंने खेलना शुरू किया था। फिर विजय कैंट क्लब में शामिल होकर दून की फुटबाल खेली।
भले ही पवेलियन मैदान में काफी कमियां हैं, लेकिन दून जैसे भीड़भाड़ वाले शहर के बीचोंबीच फुटबाल मैदान का होना बहुत बड़ी बात है। 1970 के एशियन गेम्स में कांस्य पदक जीतने वाली भारतीय टीम में रहे श्याम थापा ने खिलाड़ियों को सीख देते हुए कहा कि उनको खेल में हमेशा अनुशासन और धैर्य को बनाए रखना चाहिए। लगातार मेहनत करने से ही आगे बढ़ा जा सकता है।

