
देहरादून। दून इंटरनेशनल स्कूल रिवरसाइड कैंपस में शुक्रवार को सीबीएसई से संबंध विद्यालयों की कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में विभिन्न स्कूलों के प्रधानाचार्यों ने छात्रों को सीयूईटी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए करियर के प्रति मागदर्शन किया।
दीप प्रज्ज्वलन के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की गई। क्षेत्रीय अधिकारी मनीष अग्रवाल ने अपने संक्षिप्त वक्तव्य में अनुभव साझा किए और छात्रों के उज्ज्वल भविष्य को व्यावहारिक रणनीतियों और तकनीकों पर चर्चा की। दिल्ली के विद्यालय की निदेशिका मीनू अरोड़ा ने सीयूईटी के महत्व पर प्रकाश डाला और इसमें होने वाले बदलावों को भी संज्ञान में लाया गया। इसके बाद थॉमस जॉन ने कार्यशाला को आगे बढ़ाया। थॉमस जॉन शिक्षा और विकास के क्षेत्र में लंबा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में मेधावी प्रोफेशनल सर्विसेज में छात्र एवं परामर्शदाता सफलता विभाग का नेतृत्व कर रहे हैं। थॉमस जॉन ने युवाओं के भविष्य में जेईई के माध्यम से इंजीनियरिंग प्रवेश प्रक्रिया से अवगत कराया। वास्तुकला, चिकित्सा, गणित और सांख्यिकी, खेल और शारीरिक शिक्षा आदि अनेक पहलुओं से परिचिति कराया।उनका मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में करियर के लिए मार्गदर्शन को एकीकृत करना था। कार्यक्रम के अंत में मीनू अरोड़ा ने प्रश्नोत्तर सत्र आरंभ किया जिसमें सभी ने सक्रिय रूप से भाग लिया।

