भारतीय विनिर्माताओं को सशक्त करने और वैश्विक प्रतिस्पर्धा को मजबूती देने के लिए फ्लिपकार्ट ने डीपीआईआईटी से मिलाया हाथ
नई दिल्ली । ‘खिलौना निर्यात हब’ के रूप में भारत की स्थिति को सुदृढ़ करने के लक्ष्य को मजबूती देते हुए भारत के घरेलू ईकॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) से हाथ मिलाया है। फ्लिपकार्ट ने डीपीआईआईटी के साथ मिलकर वैश्विक स्तर पर खिलौना आपूर्ति उद्योग में भारत की स्थिति को मजबूत करने के उद्देश्य के साथ कार्यशाला का आयोजन किया। इस कार्यशाला में घरेलू विनिर्माताओं के कौशल विकास पर जोर दिया गया, जिससे वे भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर का प्रतिनिधित्व करने वाले इनोवेटिव एवं उच्च गुणवत्ता के खिलौने बनाने में सक्षम हो सकें।
कार्यक्रम की सफलता पर उद्योग संवर्धन और आंतरिक व्यापार विभाग (डीपीआईआईटी) के सचिव श्री राजेश कुमार सिंह ने कहा, ‘हम भारतीय खिलौना उद्योग के विकास के लिए अनुकूल माहौल बनाने के लिए समर्पित हैं। फ्लिपकार्ट जैसी उद्योग जगत की अग्रणी कंपनियों के साथ मिलकर हम भारत को उच्च गुणवत्ता वाले खिलौनों के निर्यात में अगुआ बनाने की दिशा में उल्लेखनीय कदम उठा रहे हैं। हमारा मानना है कि सही मार्गदर्शन और समर्थन से भारत खिलौना विनिर्माण के मामले में पावरहाउस बनकर सामने आ सकता है।’
फ्लिपकार्ट के चीफ कॉरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार ने कहा, ‘फ्लिपकार्ट मार्केटप्लेस के माध्यम से हम स्थानीय खिलौना विनिर्माताओं को ऐसा प्लेटफॉर्म देने में सक्षम हुए हैं, जिससे वे देशभर में ग्राहकों तक पहुंच पाते हैं। इससे उनके विकास को गति मिली है। हमें भारत में खिलौना उद्योग को मजबूत करने और वैश्विक स्तर पर खिलौना विनिर्माण एवं निर्यात का हब बनने के लक्ष्य की ओर बढ़ते भारत के विकास को गति देने की दिशा में वाणिज्य मंत्रालय के अधीन डीपीआईआईटी का समर्थन करने की खुशी है। इस कार्यशाला एवं हैकाथॉन से सभी प्रतिभागियों को सरकार के इस लक्ष्य को पाने की दिशा में अपने लिए अवसरों की पहचान करने में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित गणमान्य जनों में डीपीआईआईटी के सचिव राजेश कुमार सिंह, डीपीआईआईटी के संयुक्त सचिव श्री संजीव, डीपीआईआईटी के निदेशक मोहम्मद इशरार अली, फ्लिपकार्ट के चीफ कॉरपोरेट अफेयर्स ऑफिसर रजनीश कुमार और फ्लिपकार्ट में एफएमसीजी एवं जनरल मर्चेंडाइज की प्रमुख मंजरी सिंघल के नाम उल्लेखनीय हैं।