देश-विदेश

मीशो पर 2 महीने में 25,000 नॉन-जीएसटी विक्रेता आए

  • लाखों छोटे बिज़नेसेज़ के लिए अवसरों का सृजन किया
  • पिछले दो महीनों में मीशो पर नया पंजीकरण कराने वाले 40 प्रतिशत विक्रेता 20 से ज्यादा राज्यों के नॉन-जीएसटी विक्रेता हैं

नई दिल्ली। आज भारत के एकमात्र ट्रू ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस, मीशो ने घोषणा करके बताया कि इसके प्लेटफॉर्म पर अक्टूबर 2023 से अब तक लगभग 25,000 नॉन-जीएसटी विक्रेता आ चुके हैं। इससे पहले इस साल, मीशो ने बड़े तकनीकी अनुकूलन करके 1 अक्टूबर, 2023 से अपने प्लेटफॉर्म पर नॉन-जीएसटी विक्रेताओं द्वारा बिक्री करने का रास्ता साफ कर दिया था। यह रणनीतिक कदम जीएसटी काउंसिल की एक घोषणा के बाद उठाया गया, जिसके अंतर्गत 40 लाख रु. तक के टर्नओवर वाले नॉन-जीएसटी विक्रेता ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर बिक्री कर सकते हैं। इस घोषणा के बाद लाखों नए विक्रेताओं के लिए डिजिटल कॉमर्स में आ रही क्रांति में शामिल होने का रास्ता साफ हो गया है।

पिछले दो महीनों में मीशो पर नए विक्रेताओं के 40 प्रतिशत पंजीकरण नॉन-जीएसटी विक्रेताओं द्वारा कराए गए, जो आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, पंजाब, राजस्थान, सिक्किम, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल जैसे 20 राज्यों से हैं। इन विक्रेताओं में रिटेलर और छोटे निर्माता शामिल हैं, जो पहले एट्सी, फेसबुक, इंस्टाग्राम, और व्हाट्सऐप जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और अपनी वेबसाईट से बिक्री कर रहे थे। मीशो पर पंजीकरण कराने वाले नॉन-जीएसटी विक्रेता 1.3 लाख उत्पाद लिस्टिंग्स से ज्यादा योगदान दे रहे हैं। गौरतलब है कि इनमें से 80 प्रतिशत से ज्यादा उत्पाद मीशो पर अद्वितीय हैं, और होम डेकोर, किचन अप्लायंसेज़ एवं एक्सेसरीज़, हैंडमेड ज्वेलरी, साड़ी, जूट बैग, सुगंध आदि विस्तृत श्रेणियों में उत्पाद पेश करते हैं। जीएसटी की अनिवार्यता खत्म होने से ग्राहकों की लगातार बढ़ती जरूरत को किफायती मूल्य में उत्पादों के विस्तृत संग्रह के साथ पूरा करने में मदद मिल रही है।

मीशो पर सीएक्सओ, बिज़नेस, मेघा अग्रवाल ने कहा, ‘‘हमारे प्लेटफॉर्म पर लगभग 25,000 नॉन-जीएसटी विक्रेताओं के आने से एक समावेशी डिजिटल परिवेश का विकास करने के हमारे प्रयासों को बल मिला है। हर नए विक्रेता की एक अलग कहानी और एक नया सपना होता है, जो एक विस्तृत और सशक्त ऑनलाईन मार्केटप्लेस विकसित करने के हमारे उद्देश्य के अनुरूप है। 2027 तक 10 मिलियन विक्रेताओं को डिजिटाईज़ करने के हमारे उद्देश्य को पूरा करने के लिए मीशो इनोवेशन लाने और ऑनलाईन बिक्री करने वाले छोटे विक्रेताओं के लिए जीएसटी की अनिवार्यता खत्म करने के भारत सरकार के ऐतिहासिक निर्णय का पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमारा मानना है कि इससे उभरते हुए उद्यमियों को नए अवसर मिलेंगे, और वो उत्पादों के संग्रह व ग्राहकों के अनुभव को बेहतर बनाने में बड़ा योगदान दे सकेंगे।’’

मदुरई से मीशो विक्रेता, वनिता कृष्णमूर्ति ने कहा, ‘‘मदुरई में हमारे छोटे से व्यवसाय के को सफल बनाने में मीशो ने हमें काफी मदद की। हम एक महीने से कम समय में ही हम अपने अद्वितीय उत्पाद राज्य के अन्य ग्राहकों तक पहुँचाने में समर्थ बन सके। मीशो पर पंजीकरण की आसान प्रक्रिया और जीरो प्रतिशत कमीशन पॉलिसी ने हमारे व्यवसाय को आगे बढ़ाया। हमारे उद्यमिता के इस सफर में हर क्लिक और हर खरीद हमारे इस निर्णय के प्रभाव को प्रदर्शित करते हैं।’’

नॉन-जीएसटी विक्रेताओं के लिए किए गए मीशो के तकनीकी अपग्रेड्स में स्ट्रीमलाईंड पंजीकरण की प्रक्रिया, सरल कैटालोग अपलोड, जियो-रेस्ट्रिक्टेड उत्पाद की खोज, और पारदर्शिता के लिए बेहतर शिपिंग लेबल शामिल हैं। इसके साथ-साथ नॉन-जीएसटी विक्रेताओं को ई-कॉमर्स में सफल होने और व्यावसायिक वृद्धि लाने में समर्थ बनाने के लिए सप्लायर पैनल और यूट्यूब पर टेलर्ड शैक्षिक सामग्री भी तैयार की जा रही है।

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