देहरादून। विभिन्न मांगों को लेकर उत्तराखंड के शिक्षकों ने प्रदेश सरकार के खिलाफ आन्दोलन का बिगूल फंूक दिया है। प्रदेश की राजधानी देहरादून में रविवार को राजकीय शिक्षक संघ ने विशाल रैली निकालकर प्रर्दशन किया। रविवार को सरकार की अनदेखी से नाराज प्रदेशभर के राजकीय शिक्षक देहरादून में जुटे और परेड ग्राउंड से दिलाराम चैक तक विशाल जागरण रैली निकालकर सरकार तक आवाज पहुंचाने का प्रयास किया।
राज्य के शिक्षकों की सरकार से मांग है कि एलटी से प्रवक्ता और प्रवक्ता से प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति की सूची निर्गत की जाय साथ ही मासिक परीक्षा साल में दो बार अर्धवार्षिक परीक्षा से पहले और दो बार अर्धवार्षिक परीक्षा के बाद आयोजित की जाये। अंतर मंडलीय स्थानांतरण सूची भी निर्गत की जाये। उन्होंने सरकार से मांग की है कि राजकीय शिक्षक संघ में सभी शिक्षकों को मत का अधिकार दिया जाये साथ ही 5400 ग्रेड पे पाने वाले प्रवक्ता शिक्षकों को राजपत्रित घोषित किया जाये। उनकी मांग है कि सातवें वेतनमान के तहत पद्मावती वेतनमान पर वेतन वृद्धि देना और वरिष्ठ और कनिष्ठ की वेतन विसंगति को दूर किया जाये। उप प्रधानाचार्य के पदों का भी जल्द से जल्द सृजन किया जाए। उन्होंने सरकार को चेतावनी की देते हुए कहां है कि अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो यह आंदोलन आगे भी जारी रहेगा। जिसके तहत 16 अक्टूबर को 13 जनपदों में ब्लॉक कार्यकारिणी एवम् जनपद कार्यकारिणी द्वारा जिला मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया जाएगा। 26 अक्टूबर को दोनों मंडल कार्यकारिणी मंडल मुख्यालय पर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करेगी। 30 अक्टूबर को प्रदेश मुख्यालय में प्रदेश कार्यकारिणी एक दिवसीय धरना प्रदर्शन होगा।